अगर आप अभी नये हो ब्रह्मचर्य पालन करने में तो स्वप्नदोष होना स्वाभाविक है। क्योंकि यह शरीर का गुण बन गया था। तो घबराया ना , बस कर्म करें, ऐसा कुछ समय तक ही होगा । उसके बाद जैसे जैसे शरीर की पुरानी आदत छुट जायेगी , और आप संयम अनुशासन करोगे तो यह धीरे धीरे समाप्त हो जायेगी, बस अपनी इन्द्रियों को नियंत्रण करें , क्या देखना है, क्या खाना है, क्या बोलना है, क्या सोचना है, क्या देखना है, इसपर पर थोड़ा संयम बरतें, कुछ ही समय में इसका परिणाम आपको देखने मिल जायेगा। बस वेवजह चिंतन करने से बचें, स्वप्नदोष का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है।
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