– पहली बार नीदरलैंड के शहर द हेग स्थित वर्ल्ड फोरम में 24-25 जून 2025 तक NATO शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ।
– 1949 में NATO की स्थापना के बाद से यह पहला अवसर था जब नीदरलैंड ने शिखर सम्मेलन की मेजबानी की।
– इस आयोजन में 32 सदस्य देशों और साझेदार राष्ट्रों के करीब 45 राष्ट्राध्यक्ष और सरकार प्रमुख शामिल थे।
क्या है NATO
– NATO : नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (फ्रेंच भाषा में नाम – OTAN : ऑर्गेनाइज़ेशन डू ट्रैटे डे ल’अटलांटिक नॉर्ड)
– यह यूरोप और उत्तरी अमेरिकी देशों का एक सैन्य और राजनीतिक गठबंधन है।
– दूसरे विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ और अमेरिका दो सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरे, जो दुनिया पर अपना दबदबा कायम करना चाहते थे। इससे अमेरिका और सोवियत संघ के संबंध बिगड़ने लगे और उनके बीच कोल्ड वॉर की शुरुआत हुई।
– तब सोवियत संघ को रोकने के लिए अमेरिकी और यूरोपीय देशों ने सैन्य गठबंधन बनाया था।
– स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी।
– हेडक्वार्टर बेल्जियम के ब्रसेल्स में है।
– NATO की स्थापना के समय अमेरिका समेत 12 देश इसके सदस्य थे। अब 32 सदस्य देश हैं, जिनमें 30 यूरोपीय और दो उत्तर अमेरिकी देश हैं।
– इस संगठन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी NATO देशों और उसकी आबादी की रक्षा करना है।
– NATO के आर्टिकल 5 के मुताबिक, इसके किसी भी सदस्य देश पर हमले को NATO के सभी देशों पर हमला माना जाएगा।
– 1952 में NATO से जुड़ा तुर्किये इसका एकमात्र मुस्लिम सदस्य देश है।
– महासचिव – मार्क रूटे
नाटो के सदस्य देश हैं:
– स्वीडन
– फिनलैंड
– अल्बानिया
– बेल्जियम
– बुल्गारिया
– कनाडा
– क्रोएशिया
– चेक रिपब्लिक
– डेनमार्क
– एस्तोनिया
– फ्रांस
– जर्मनी
– ग्रीस (यूनान)
– हंगरी
– आइसलैंड
– इटली
– लातविया
– लिथुआनिया
– लक्समबर्ग
– मोंटेनेग्रो
– नीदरलैंड
– उत्तर मैसेडोनिया
– नॉर्वे
– पोलैंड
– पुर्तगाल
– रोमानिया
– स्लोवाकिया
– स्लोवेनिया
– स्पेन
– तुर्किये
– यूनाइटेड किंगडम
– संयुक्त राज्य अमेरिका
नोट – फिनलैंड और स्वीडन, नाटो (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) के 32वें और 31वें सदस्य हैं।
नीदरलैंड
– राजधानी : एम्स्टर्डम
– सम्राट : विलियम अलेक्जेंडर
– PM : डिक स्कोफ़
– मुद्रा : यूरो
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